पीडि़त दिव्यांग के खाते से बिना ओटीपी के निकल गये 10 हजार
बालकृष्ण वर्मा
छतरपुर। जिले में ऑन लाईन बैंकिग के जरिये ठगी का नया मामला सामने आया है, जिसके चलते साईबर अपराधियों ने जिले के टौरिया मुहल्ला में रहने वाले एक दिव्यांग युवक को अपना शिकार बनाते हुए उसके खाते से 10 हजार रूपये उड़ा दिये है। मामले की खास बात यह रही कि युवक के मोबाईल पर किसी भी फण्ड ट्रांसफर के संबंध में कोई ओटीपी नहीं आई और उसके खाते से पैसे ट्रांसफर हो गये। ठगी का शिकार हो जाने की जानकारी होने पर पीडि़त दिव्यांग ने बैंक कार्यालय एवं पुलिस अधिकारियों से मामले की लिखित शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
ठगों ने पांच बार में दिया घटना को अंजाम
घटना के संबंध में पीडि़त दिव्यांग अरविंद वर्मा ने बताया कि वह टौरिया मुहल्ला वार्ड नं0 5 में रहता है तथा उसकी एक आंख पूरी तरह खराब है व दूसरी आंख से उसे आंशिक दिखाई देता है। उसका खाता बस स्टेण्ड समीप भारतीय स्टेट बैंक छतरपुर की कृषि विकास शाखा में है, जिसमें मैनें 10 हजार रूपये जमा किये थे। रविवार को दिन में पांच बार में मेरे खाते से दो-दो हजार करके पांच बार में कुल 10057 रूपये की राशि निकाल ली गई। स्टेटमेंट निकलवाने पर पता चला कि दो बार किसी सहज नाम के व्यक्ति को दो-दो हजार रूपये एवं दो बार टेक ट्रेवल्स को दो-दो हजार रूपये एवं एक बार बीएसआई यात्रा प्राईवेट के नाम पर दो हजार रूपये ट्रांसफर किये गये है। तथा उसके खाते में मात्र 262 रूपये शेष बचे हुए है।
बैंक प्रबंधन की लापरवाही, नहीं दे रहा जानकारी
ठगी का शिकार बने दिव्यांग उपभोक्ता ने जब बैंक प्रबंधन से लिखित शिकायत कर उसके खाते से रकम किस जगह पर किसके खाते में ट्रांसफर की गई है इस संबंध में विवरण मांगा गया तो बैंक प्रबंधन ने कहा कि तुम चाहे जो कर लो पैसे वापिस नहीं मिलेगें और न हम तुमको कोई जानकारी देगें।
बिना ओटीपी के निकल गये रूपये
बैंक खाते से कोई भी फण्ड ट्रांसफर होने पर ओटीपी बैंक सर्वर द्वारा उपभोक्ता के रजिस्टर्ड मोबाईल नं0 पर भेजी जाती है जिसके वैरीफिकेशन के बाद भी फण्ड अन्य जगह पर ट्रांसफर होता है, लेकिन इस ठगी में उपभोक्ता के मोबाईल पर कोई ओटीपी न भेजी गई है और न ही वैरीफिकेशन किया गया है और उपभोक्ता के खाते से 10 हजार रूपये की ठगी हो गई।
पुलिस भी लगवा रही चक्कर
ठगी का शिकार बने युवक ने घटना के संबंध में सिटी कोतवाली छतरपुर, साईबर क्राइम विभाग पुलिस छतरपुर, पुलिस अधीक्षक छतरपुर को घटना के संबंध में लिखिति शिकायत की है इसके बाद 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही न होने से दिव्यांग बैंक उपभोक्ता से ठगी करने वालों का कोई सुराग नहीं लग सका है। पीडि़त ने बैंक प्रबंधन एवं पुलिस अधीक्षक से मामले में शीघ्र कार्यवाही कर उसकी मुश्किल से जमा की गई रकम वापिस दिलाये जाने की मांग की है।