खाद्य विभाग संयुक्त संचालक के नेतृत्व में जांच टीम पहुंची छतरपुर
छतरपुर। आने वाले दिनों में छतरपुर जिले की बड़ामलहरा विधानसभा में उपचुनाव होने वाले हैं। इस उपचुनाव में भाजपा की ओर से संभावित प्रत्याशी मप्र नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष हैं। इसके बावजूद भी इस विधानसभा क्षेत्र में राशन वितरण को लेकर एक बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। एक शिकायत के मुताबिक बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र की राशन दुकानों से अप्रैल और मई के महीने में चावल का वितरण किया ही नहीं गया जबकि चावल वितरण के लिए सरकार द्वारा भेजा गया था। अब इस शिकायत की जांच के लिए भोपाल से खाद्य विभाग के संयुक्त संचालक शशांक मिश्रा के नेतृत्व में एक चार सदस्यीय टीम जांच करने आई है।
जांच दल के मुखिया शशांक मिश्रा ने शनिवार को बिजावर और बड़ामलहरा क्षेत्र की राशन दुकानों का निरीक्षण कर खाद्य विभाग छतरपुर शाखा के दस्तावेज भी जांचे। जांच-पड़ताल के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए शशांक मिश्रा ने बताया कि दो महीने तक बड़ामलहरा एवं बिजावर की कुछ दुकानों से चावल वितरण न किए जाने संबंधी गंभीर अनियमितता मिली है। उन्होंने कहा कि आज के निरीक्षण में भी कुछ दुकानों में स्टॉक के संबंध में अनियमितताएं पायी गई हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। इस संबंध में सभी तथ्यों की जांच की जा रही है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि छतरपुर की खाद्य अधिकारी स्वाति जैन के संबंध में निजी तौर पर कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि चावल नहीं वितरित होने को लेकर नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से भी जांच कराई जाएगी। उधर इस संबंध में जिला खाद्य अधिकारी स्वाति जैन ने कहा कि शासन के निर्देश पर यह रूटीन चैकअप है जो प्रदेश के तमाम जिलों में चल रहा है।